विश्वविद्यालय व कॉलेज का परिचय

कॉलेज इंफ्रास्ट्रक्चर

1967 में स्थापित साहू जैन महाविद्यालय पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक अग्रणी महाविद्यालय के रूप में ख्याति प्राप्त है । यह महाविद्यालय एस.पी. जैन फाउंडेशन (वर्तमान में टाइम्स फॉर इंडिया ओरआरजी) द्वारा संचालित है । महाविद्यालय में कला, वाणिज्य एवं विज्ञान के विभिन्न विषयों में पठन-पाठन हेतु एक विशालकाय एवं आधुनिकतम आधारभूत ढांचा उपलब्ध है । महाविद्यालय इन संकायों के विभिन्न विषयों में सरकार द्वारा अनुदानित पाठ्यक्रमों एवं वित्त-विहीन पाठ्यक्रमों दोनों ही माध्यम से क्षेत्र की शैक्षिक आवश्यकताओं की निरंतर पूर्ति कर रहा है |

42370 वर्ग मीटर के क्षेत्रफल में फैले इस महाविद्यालय का कैंपस अत्यंत विशाल है । इस कैंपस का लगभग 92 प्रतिशत क्षेत्र हरित क्षेत्र है । शेष 8 प्रतिशत निर्मित क्षेत्र में पठन-पाठन हेतु कक्षाएँ, प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय, प्रशासनिक कार्य हेतु प्रशासनिक भवन, स्टाफ क्वाटर्स  एवं महाविद्यालय की विभिन्न शिक्षणेत्तर गतिविधियों हेतु पृथक प्रखंड एवं कक्ष निर्मित हैं । यह निर्मित क्षेत्र सभी सरकारी भवन निर्माण मानकों एवं सुरक्षा मानकों को पूर्णतया ध्यान में रखकर विकसित किया गया है । रेन वाटर हार्वेस्टिंग, अग्निशमन व्यवस्था इत्यादि पर्यावरण संरक्षण व सुरक्षा मानक भी महाविद्यालय पूरा करता है |

महाविद्यालय में पुस्तकालय को एक वृहद स्थान दिया गया है । महाविद्यालय का पुस्तकालय दो मंजिला भवन में स्थित है । भूतल पर विद्यार्थियों के लिए एक ओपन लाइब्रेरी व वाचनालय की व्यवस्था की गई है । प्रथम तल पर शोधार्थियों के लिए अध्ययन कक्ष की व्यवस्था की गई है । पुस्तकालय में लगभग 23000  पुस्तकें/सन्दर्भ ग्रन्थ  व अनेकों शोध पत्र-पत्रिकाएं इत्यादि अध्ययन हेतु उपलब्ध हैं ।  

महाविद्यालय में एक विशाल खेल का मैदान जोकि फुटबॉल, हॉकी, क्रिकेट, एथलेटिक्स इत्यादि खेलों के लिए पूर्णतया उपयुक्त है; तथा एक लघु खेल का मैदान जोकि वॉलीबॉल,बैडमिंटन, टेनिस इत्यादि खेलों हेतु उपयुक्त है; भी उपलब्ध है। महाविद्यालय का खेल एवं शारीरिक शिक्षा विभाग इन मैदानों की  समुचित देखभाल एवं रखरखाव करता है  तथा समय-समय पर विभिन्न खेल-कूद सम्बन्धी गतिविधियाँ आयोजित करता रहता है|

 महाविद्यालय में वनस्पति विज्ञान विभाग द्वारा व्यवस्थित एक वनस्पति उद्यान (बोटैनिकल गार्डन) भी है जिसमें तरह-तरह के औषधीय एवं सजावटी वृक्ष व पौधे,फूल इत्यादि; तथा दुर्लभ प्रजाति की विभिन्न प्रकार की वनस्पति व्यवस्थित की गई है । महाविद्यालय प्रांगण भी विभिन्न प्रकार के वृक्षों, पौधों एवं रमणीय फूलों से सुसज़्ज़ित है।

महाविद्यालय में पठन-पाठन, शिक्षणेत्तर एवं प्रशासनिक गतिविधियों के संचाल हेतु 47 प्राध्यापकों का एक विशाल शिक्षक वर्ग तथा 37 व्यक्तियों का शिक्षणेत्तर वर्ग उपलब्ध है।  महाविद्यालय के  प्राध्यापक अपने-अपने विषयों  मे निपुण हैं तथा शिक्षण की परंपरागत एवं आधुनिक शैलियों दोनों ही माध्यमों से विद्यार्थियों को ज्ञान प्रदान करते हैं । महाविद्यालय में आधुनिक शैली से अध्ययन-अध्यापन हेतु पांच कक्षों को स्मार्ट क्लास के रूप में विकसित करा गया है | महाविद्यालय के शिक्षणेत्तर कर्मचारी भी अपने कार्यों में सर्वथा कुशल हैं । महाविद्यालय का प्रशासनिक विभाग अत्याधुनिक कार्य-सहायक उपकरणों से युक्त है |

महाविद्यालय के भूगोल विभाग, संगीत विभाग, रसायन विज्ञान विभाग, जंतु विज्ञान विभाग,  भौतिक विज्ञान विभाग व वनस्पति विज्ञान विभाग में अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं उपलब्ध हैं जिनमें विषय से संबंधित सभी सामग्री एवं आधुनिकतम उपकरण इत्यादि उपलब्ध हैं ।

महाविद्यालय में स्टाफ क्वाटर्स की सुविधा भी प्रबंधन द्वारा प्रदान की गई है । प्रशासनिक कार्य हेतु एक अलग से प्रशासनिक भवन महाविद्यालय में बनाया गया है | साथ ही कर्मचारियों तथा विद्यार्थियों की सुविधा के लिए वाहन पार्किंग की सुविधा भी महाविद्यालय द्वारा प्रदान की गई है | संपूर्ण महाविद्यालय में कर्मचारियों के लिए वाई-फाई सुविधा भी उपलब्ध है |